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Saturday, January 7, 2012

♥" कल्प "♥ क्या चाहता है , ज़िन्दगी से





ये  ज़िन्दगी रोज़ कुछ नया लिखती है ,
कुछ नया सिखाती है ,
हर आने वाले लम्हे कहीं वक़्त की गहराई में छुपे है ,
उन्ही लम्हों में कहीं ख़ुशी है , और कहीं गम भी ,

कभी चाहो जिसे वो मिलता नहीं , और कभी बिन माँगे सब मिल जाता है ,
पता नहीं ये " कल्प " क्या चाहता है , ज़िन्दगी से ,
लेकिन जो भी मिला है अब तक , उसे सीने से लगाये हूँ ,
कुछ इस तरह , जैसे मोती छुपा के सीप , बैठा हो कहीं सागर की गहराई में !! ~♥ कल्प ♥~

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