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Monday, November 21, 2011

न तमन्नाओ की बारिश हुई

न  तमन्नाओ  की  बारिश  हुई,

और  न  हसरतों  का  तूफ़ान  उठा,


बस  ख्वाइशों  की  मौत  हुई,


और  सपनो  का  काफिला  लुटा,


जहाँ  चाहत  की  बात  हुई,


वहीँ  मायूसी  का  आसरा  जुटा,


और  जहाँ  अरमानो  की  बरात  सजी,


वहीँ  चुपके  से  मेरा  दिल  टूटा ...

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